मजदूर से मालिक का सफ़र :- ए. मुर्गानाथान की कंपनी सेनेट्री नैपकिन बनाने वाली मशीन और कच्चा मॉल सप्लाई करती है | देश के 18 राज्यों में उनकी कुल 250 मशीनें उत्पादन में लगी हुई है | पिछले साल राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने उन्हें नेशनल ग्रासरूट technogical invations and tradisional award दिया था | मुर्ग्नाथान बेहद गरीबी में पले थे | उनके पिता हैण्डलूम बुनकर थे और माँ खेतो में मजदूरी करती थी | माँ को मजदूरी में सिर्फ सात रुपये रोजाना मिलते थे | पढाई छुट गयी, लेकिन मुर्ग्नाथान ने सोचा कि कुछ कर गुजरना है | उन्होंने हेल्पर के तौर पर वर्कशॉप में काम शुरू किया | मशीनो के बारे में जानना उनका प्रिय शौक था | उन्होंने २ रुपये हफ्ते पर भी काम शुरू किया | लेकिन इस महेनत का नतीजा भी मिला | मशीनो के वह मास्टर हो गए | धीरे धीरे मंजिल करीब आती है और अब वो जयेश्री इंडस्ट्री के मालिक है |
प्रतिक्रिया- ऐसा व्यक्ति सचमुच प्रेरणा का स्त्रोत है...........................................
दीपक
No comments:
Post a Comment