Monday, 13 June 2011

साइबर के शहंशाह


अमेरिका के लेरी पेज और रुसी मूल के सर्गइ ब्रिन वही दो लोग है जिन्होंने 1998 में किराये पर गैरेज लेकर उसमे गूगल नाम का सर्च इंजन का बीज लगाया था | दोनों ने मिलकर दुनिया भर की सूचनाओ  को इकठ्ठा कर और उन्हें सबको उपलब्ध कराने का अपना सपना साकार किया | ये दोनों सों 1993 में स्टैंडफोर्ड विश्वविद्यालय में मिले, जहाँ ये कंप्यूटर विज्ञान में पीएचडी की पढाई करने गए थे | इन्होने अपने कमरे को महेंगे कंप्यूटर से भर दिया और सबसे अच्छा सर्च इंजन बनाने में जुट गए | 1700 यु एस डालर से इन्होने गूगल कम्पनी  की शुरुआत की थी जो आज २०० अरब डालर से भी अधिक की कम्पनी बन चुकी है | आज दुनियां में करीब २०००० लोग इस कंपनी  को संचालित करते है | गूगल मात्र दो साल में न. १ की सर्च इंजन बन गयी थी जो आज भी दुनियां में टॉप 5 पर कायम है | दुनियां भर में गूगल के १ मिलियन सेव अधिक डाटा - सर्वर है, जो प्रति दिन १ बिलियन से अधिक सर्च - परिणाम देते है |


दीपक  

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