हाल के बरसों में मोटापा लोगों की एक बड़ी समस्या बन चुका है।
जो लोग फिट हैं , वे वजन बढ़ने नहीं देना चाहते और जो मोटे हैं,
इसे घटाना चाहते हैं। एक्सर्पट्स की सलाह से यहां हम फिट रहने
के तरीके बता रहे हैं :-
जानें अपना BMI
यह जानना बेहद जरूरी है कि असल में फिट किसे कहें। इसका सीधा - सा फंडा है
बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स। स्वस्थ व्यक्ति के लिए डब्ल्यूएचओ ने 25 और
भारत सरकार ने २३ बीएमआई तय किया है क्योंकि भारतीयों के शरीर में पश्चिमी
देशों के लोगों के मुकाबले 5 फीसदी फैट ज्यादा होता है।
कैसे निकालें BMI
बॉडी मॉस इंडेक्स = वजन ( किलो में ) / लंबाई ( मीटर में ) 2
अगर आपका वजन 60 किलो है और लंबाई 160 सेंटीमीटर यानी 1.6 मीटर है।
BMI= 60 / 1.6 x 1.6 = 60 / 2.56 = 23.4(यानि आप फिट हैं)
1 . 23 या इससे कम - फिट
2 . 24 से 25- ओवरवेट
3 . 26 से 30- मोटे
4. 30 से ज्यादा - बेहद मोटे
5 . 19 से नीचे - अंडरवेट
कमर की चौड़ाई से पता लगाएं रिस्क
आप ओवरवेट हैं या नहीं , यह पता लगाने का बीएमआई अच्छा तरीका है।
अगर आपका बीएमआई तय सीमा से ज्यादा है तो इसका मतलब है कि आपका
वजन ज्यादा है , लेकिन क्या आपको पता है कि अगर शरीर के कुछ खास एरिया
में यह एक्स्ट्रा फैट हुआ तो यह और भी ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है।
अब्डॉमेन के पास मौजूद फैट बाकी जगहों पर मौजूद फैट के मुकाबले कहीं ज्यादा
खतरनाक है। अगर किसी के दूसरे अंगों के मुकाबले टमी पर फैट ज्यादा है
तो इससे टाइप टू डायबीटीज और दिल की बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती है।
कहीं अब्डॉमेन पर ज्यादा वेट तो नहीं है, यह जानने के लिए वेस्ट साइज देखा
जा सकता है, जो इस तरह है :-
महिलाओं के लिए
सामान्य : 32 इंच से कम
ज्यादा : 32 से 35 इंच
बहुत ज्यादा : 35 इंच से ज्यादा
पुरुषों के लिए
सामान्य : 37 इंच से कम
ज्यादा : 37 इंच से 40 इंच
बहुत ज्यादा : 40 इंच से ज्यादा
वजन घटाने के तरीके
योग
वजन कम करने का सबसे सटीक और सरल तरीका है योग।
ये आसन वजन कम करने में मददगार हैं :-
कपालभाति : सांस को तेजी से नाक से बाहर फेंकें,
जिससे पेट अंदर-बाहर जाएगा।
5-१० मिनट करें।
हाई बीपी वाले धीरे - धीरे करें और कमर दर्द
वाले कुर्सी पर बैठकर करें।
अग्निसार : खड़े होकर पैरों को थोड़ा खोलकर हाथों
को जंघाओं पर रखें। सांस को बाहर रोक दें। फिर पेट
की पंपिंग करें यानी पेट अंदर खींचें, फिर छोड़ें।
स्लिप डिस्क , हाई बीपी या पेट का ऑपरेशन करा
चुके लोग इसे न करें।
उर्ध्व हस्तोत्तानासन : खड़े होकर पैरों को थोड़ा खोलें।
हाथों की उंगलियों को फंसाकर सिर के ऊपर उठा लें।
सांस निकालें और कमर को लेफ्ट साइड में झुका लें।
दूसरी ओर भी करें।
दुत उत्तानपादासन : कमर के बल लेटकर हाथों को
जंघाओं के नीचे जमीन पर रखें।
दोनों पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं।
इस प्रकार जमीन पर बिना टिकाए बार-बार
पैरों को ऊपर -नीचे करते रहें। कमर दर्द वाले इसे न करें।
हृदय स्तंभासन : कमर के बल लेटकर हाथों को जंघाओं
के ऊपर रखें। सांस भरकर पैरों को उठाएं। सिर और कमर
को उठाएं। इस दौरान शरीर का भार हिप्स पर रहेगा।
द्विपाद साइकलिंग : कमर के बल लेटे - लेटे ही दोनों
पैरों को मिलाकर एक साथ साइकलिंग की तरह घुमाएं।
थकान होने तक लगातार घुमाते रहें। हाथों को कमर के
नीचे रखें।
भुजंगासन : पेट के बल लेटकर दोनों हाथों को हिप्स
के नीचे रखें। सांस भरते हुए आगे से सिर और छाती
को ऊपर उठाकर पीछे की ओर मोड़ लें।
उज्जायी प्राणायाम : थायरॉइड के मरीजों के लिए
यह काफी फायदेमंद है। सीधे बैठकर सांस बाहर
निकालें। अब सांस भरते हुए गले की मांसपेशियों को
टाइट करें और सांस भरते जाएं। गले से घर्षण की
आवाज करते जाएं।
फिर नाक से सांस धीरे - से बाहर निकाल दें।
इन सभी प्राणायाम - आसनों को 8-10 बार दोहराएं।
अगर सुबह नियमित रूप से ये आसन किए जाएं तो एक महीने
में 5 किलो तक वजन कम हो सकता है।
दीपक
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