Sunday, 17 November 2013

जय जय जय बजरंग बलि
श्री बाला जी महाराज जी के बारह नाम एवं इनकी महिमा


1-हनुमान
2-अंजनी सुत
3-वायु पुत्र
4-महाबल
5-रामेष्ट
6- फ़ाल्गुण सखा
7-पिंगाक्ष
8-अमित विक्रम
9-उदधिक्रमण
10-सीता शोक विनायक
11-लक्ष्मण प्राण दाता
12-दशग्रीव दर्पहा



॥ प्रातःकाल सोकर उठते ही उसी अवस्था में इन बारह नामों को 11 बार लेने वाला व्यक्ति दीर्यायु होता है।

॥ नित्य नियम के समय नाम लेने से इष्ट की प्राप्ति होती है।

॥ दोपहर में नाम लेने वाला व्यक्ति धनवान होता है। संध्या के समय नाम लेने वाला व्यक्ति पारिवारिक सुखों से तृप्त होता है।

॥ रात्रि को सोते समय नाम लेने वाला व्यक्ति शत्रु पर विजयी होता है।

॥ उपरोक्त समय के अतिरिक्त इन बारह नामों का निरन्तर जाप करने वाले व्यक्ति की श्री हनुमान जी दसों दिशाओं एवं आकाश-पाताल में भी रक्षा करते हैं।

॥ यात्रा के समय एवं न्यायालय में पड़े विवाद के लिये ये बारह नाम अपना चमत्कार दिखायेगें।

॥ लाल स्याही में मंगलवार को भोज-पत्र पर ये बारह नाम लिखकर मंगलवार के ही दिन ताबीज बांधने से कभी सिर दर्द नहीं होगा। गले या बाजू में ताबें का ताबीज ज्यादा उत्तम है। भोज-पत्र पर लिखने के काम आने वाला पैन या साईन पैन नया होना चाहिये।


दीपक 

Tuesday, 27 March 2012

होम टिप्स









वैसे तो आलू का चरबी बढ़ाने वाला वाला माना जाता है,लेकिन आलू के फायदे बहुत कम लोग जानते हैं। हम बताते हैं आपको आलू के कुछ ऐसे ही गुण जो शायद आप नहीं जानते होंगे। आलू में विटामिन सी, बी कॉम्पलेक्स तथा आयरन , कैल्शियम, मैंगनीज, फास्फोरस तत्त्व होते हैं। आलू के प्रति 100 ग्राम में 1.6 प्रतिशत प्रोटीन, 22.6 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट, 0.1 प्रतिशत वसा, 0.4 प्रतिशत खनिज और 97 प्रतिशत कैलोरी ऊर्जा पाई जाती है।

- आलू उबालने के बाद बचे पानी में एक आलू मसलकर बाल धोने से आश्चर्यजनक रूप से बाल चमकीले, मुलायम और जड़ों से मजबूत होंगे। सिर में खाज, सफेद होना व गंजापन तत्काल रुक जाता है। 

- जलने पर कच्चा आलू कुचलकर जले भाग पर तुरंत लगा देने से आराम मिल जाता है। - आलू को पीसकर त्वचा पर मलें। रंग गोरा हो जाएगा। 

- आलू के रस में नींबू रस की कुछ बूंदें मिलाकर लगाने से धब्बे हल्के हो जाते हैं।

- आलू के टुकड़ों को गर्दन, कुहनियों आदि सख्त स्थानों पर रगडऩे से वहां की त्वचा साफ एवं कोमल हो जाती है।

- आलू भूनकर नमक के साथ खाने से चर्बी की मात्रा में कमी होती है।

- झाइयों तथा झुर्रियों से छुटकारा पाने के लिए आलू के रस में मुल्तानी मिट्टी मिलाकर झाइयों और झुर्रियों पर लगाएं। बीस मिनट बाद चेहरा पानी से साफ कर लें।

-  भुना हुआ आलू पुरानी कब्ज दूर करता है। आलू में पोटेशियम साल्ट होता है जो अम्लपित्त को रोकता है।

-  चार आलू सेंक लें और फिर उनका छिलका उतार कर नमक, मिर्च डालकर खाएँ। इससे गठिया ठीक हो जाता है।

-  उच्च रक्तचाप के रोगी भी आलू खाएँ तो रक्तचाप को सामान्य बनाने में लाभ करता है।

-  कच्चा आलू पत्थर पर घिसकर सुबह-शाम काजल की तरह लगाने से 5 से 6 वर्ष पुराना जाला और 4 वर्ष तक का फूला 3 मास में साफ हो जाता है।






दीपक

Wednesday, 7 March 2012

HOLI GREETINGS

HAPPY HOLI TO ALL..................................................








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DEEPAK 

Wednesday, 22 February 2012

हेल्थ टिप्स





कहते हैं योगासन करने से हमारा पूरा दिन स्फूर्ति और ताजगीभरा बना रहता है। अगर आपको दिनभर मानसिक तनाव झेलना पड़ता है तो यह क्रिया करें, दिनभर चुस्त रहेंगे। इस क्रिया को करने वाले व्यक्ति से फेफड़े और सांस से संबंधित बीमारियां हमेशा दूर रहेंगी।



क्रिया की विधि:



समतल और हवादार स्थान पर किसी भी आसन जैसे पदमासन या सुखासन में बैठकर इस क्रिया को किया जाता है। दोनों हाथ को दोनों घुटनों पर रखें। अब नाक के दोनों छिद्र से तेजी से गहरी सांस लें। फिर सांस को बिना रोके, बाहर छोड़ दें।इस तरह कई बार तेज गति से सांस लें और फिर उसी तेज गति से सांस छोड़ते हुए इस क्रिया को करें। इस क्रिया में पहले कम और बाद में धीरे-धीरे इसकी संख्या को बढ़ाएं।



इस क्रिया से लाभ



इस क्रिया के अभ्यास से फेफड़े में स्वच्छ वायु भरने से फेफड़े स्वस्थ्य और रोग दूर होते हैं। यह आमाशय तथा पाचक अंग को स्वस्थ्य रखता है। इससे पाचन शक्ति और वायु में वृद्धि होती है तथा शरीर में शक्ति और स्फूर्ति आती है। इस क्रिया से सांस संबंधी कई बीमारियां दूर ही रहती हैं।



सावधानी



यदि किसी व्यक्ति को दमा या सांस संबंधी कोई बीमारी हो तो वह अपने डॉक्टर से परामर्श कर ही इस क्रिया को करें। 









दीपक 

Saturday, 24 December 2011

शनि से बचाव


 


24 दिसंबर यानी आज शनिवार व अमावस्या का योग है। धर्म ग्रंथों के अनुसार जिस शनिवार को अमावस्या होती है उसे शनिश्चरी अमावस्या कहते हैं। इस दिन शनिदेव के प्रकोप से पीडि़त व्यक्ति यदि विधि-विधान पूर्वक पूजा करे या शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए अन्य कोई उपाय करें तो उससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। नीचे ऐसे ही कुछ आसान उपाय बताए गए हैं जिसे करने से शनिदेव अपने भक्तों पर कृपा करते हैं-
उपाय 

1- शनिश्चरी अमावस्या के दिन लोहे के बर्तन में तेल भरकर उसमें 7 दाने काले चने के, 7 दाने जौ के, 7 दाने काली उड़द के तथा सवा रुपया रखकर उसमें अपना मुंह देखकर दान करें या शनि मंदिर में रख दें।

2- शनिवार के दिन काले भैंसे या घोड़े को काले चने खिलाएं।

3- शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाकर सात परिक्रमा करें और सात बूंदी के लड्डू काले कुत्ते को खिलाएं।

4- योग्य ज्योतिषी से राय लेकर शनि रत्न नीलम गाय के कच्चे दूध व गंगाजल में पवित्र कर धारण करें।

ऊपर लिखे उपायों को करने से शनिदेव अति प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं

दीपक 

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