लंदन. यसगोल कैपेल इवान प्राइमरी स्कूल ऐसा स्कूल है, जहां अध्यापक तो हैं लेकिन एक भी छात्र नहीं। बावजूद इसके स्कूल पर हर महीने एक लाख पाउंड से भी ज्यादा खर्च हो रहा है। इसके पिछले शैक्षणिक सत्र में महज 12 बच्चे थे, लेकिन अगला सत्रशुरू होने से पहले ही ये भी स्कूल छोड़ गए।
अब स्कूल प्रशासन और प्रधानाध्यपक के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है कि सितंबर में शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र में क्या होगा। अभिभावकों का कहना है कि वे बच्चों को ऐसे स्कूल में नहीं पढ़ा सकते, जहां एक भी छात्र नहीं है। स्कूल प्रशासन को भरोसा है कि अगले सत्र से सब सामान्य हो जाएगा।
दूसरी ओर सरकारी अमला स्कूल पर ताला जड़ने की कोशिश में है। वैसे स्कूल बंद करने से पहले आम लोगों की राय ली जाएगी। अगर कुछ लोगों ने इसका विरोध किया तो स्कूल बंद करने की प्रक्रिया एक साल तक खिंचती है।
तब तक सरकार को यह खर्च वहन करते रहना पड़ेगा।
DEEPAK
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