"जय माता दी"
सुरासंपूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च | दधाना हस्तपदयाभ्यां कुष्मांडा शुभदास्तुमें |
आज नवरात्री का चौथा दिन है.............................इस दिन माँ कुष्मांडा देवी के स्वरूप कि उपासना की जाती है | इस दिन साधक का मन अदाहत चक्र में अवस्थित होता है | जय हो माता कुष्मांडा कि..................................................
पूजन विधि - सर्वप्रथम माँ कुष्मांडा कि मूर्ति अथवा तस्वीर को चौकी पर दुर्गा यंत्र के साथ स्थापित करे | इस यंत्र के नीचे चौकी पर पीला वस्त्र बिछाएं | अपने मनोरथ के लिए मनोकामना गुटिका यंत्र के साथ रखें | दीप प्रज्वलित करें व हाथ में पीले पुष्प लेकर माँ कुष्मांडा का ध्यान करें |
बोलो माता कुष्मांडा कि..................................जय
बोलो माता कुष्मांडा कि..................................जय
बोलो माता कुष्मांडा कि..................................जय
दीपक
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