"जय माता दी"
चंदहसोज्जवलकरा शाईलवरवाहना | कत्य्यानी शुभं दद्यादेवी दानव्द्यातिनी ||
आज नवरात्री का छठा दिन है.............................इस दिन माँ कात्यायनी देवी कि उपासना की जाती है | इस दिन साधक का मन आज्ञा चक्र में स्थित होता है | योगसाधना में इस आज्ञा चक्र का अत्यंत महत्वपूर्ण
स्थान है | जय हो माता कात्यायनी माता.................................................
पूजन की विधि - माँ कात्यायनी की उपासना से अत्भुत शक्ति का संचार होता है व दुश्मनो का संहार करने में ये सक्षम बनती
है | इनका ध्यान गोधूलि बेला में करना चाहिए | प्रत्येक व्यक्ति के लिए आराधना योग्य ये श्लोक सरल और स्पष्ट है | माँ जब्दाम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे याद कर नवरात्री में छठा दिन इसका जाप करना अच्छा होता है | ये मंत्र है :-
या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता |
नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमो नमः ||
बोलो माँ कात्यायनी देवी की.................................जय
स्थान है | जय हो माता कात्यायनी माता.................................................
पूजन की विधि - माँ कात्यायनी की उपासना से अत्भुत शक्ति का संचार होता है व दुश्मनो का संहार करने में ये सक्षम बनती
है | इनका ध्यान गोधूलि बेला में करना चाहिए | प्रत्येक व्यक्ति के लिए आराधना योग्य ये श्लोक सरल और स्पष्ट है | माँ जब्दाम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे याद कर नवरात्री में छठा दिन इसका जाप करना अच्छा होता है | ये मंत्र है :-
या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता |
नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमो नमः ||
बोलो माँ कात्यायनी देवी की.................................जय
बोलो माँ कात्यायनी देवी की ................................जय
बोलो माँ कात्यायनी देवी की.................................जय
दीपक
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