Saturday, 8 January 2011

मंत्र-तंत्र-यंत्र





आज के युग में सुखी होने का एकमात्र साधन है धन व संपत्ति, लेकिन भरपूर धन होने के बाद भी आप अपने हिसाब से खर्च नहीं कर पाते है | आप खूब कमाते है पर फिर भी आपके पास कुछ नहीं बचता है | आप कहने के लिए मजबूर हो जाते है कि आपके धन को पंख लग गए है | आपके हारोस्कोप में ये भी बताया जाता है कि आप कितना कमायेंगे, कितना खर्च होगा और कैसे खर्च करेंगे |


१) यदि लग्न का स्वामी शुभ गृह है, नवम में शुभ गृह है तो धन की कभी कमी नहीं रहती है | 


२) अगर द्वितीय भाव का स्वामी प्रबल है तो धन अधिक मात्रा में रहता है |


३) धन भाव का वीनस मतलब शुक्र बहुत धन देता है | 


४) मून (चंद्रमा) की प्रबलता भी धन बहुत देता है |






आगे और भी है..................................................


दीपक

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