आज के युग में सुखी होने का एकमात्र साधन है धन व संपत्ति, लेकिन भरपूर धन होने के बाद भी आप अपने हिसाब से खर्च नहीं कर पाते है | आप खूब कमाते है पर फिर भी आपके पास कुछ नहीं बचता है | आप कहने के लिए मजबूर हो जाते है कि आपके धन को पंख लग गए है | आपके हारोस्कोप में ये भी बताया जाता है कि आप कितना कमायेंगे, कितना खर्च होगा और कैसे खर्च करेंगे |
१) यदि लग्न का स्वामी शुभ गृह है, नवम में शुभ गृह है तो धन की कभी कमी नहीं रहती है |
२) अगर द्वितीय भाव का स्वामी प्रबल है तो धन अधिक मात्रा में रहता है |
३) धन भाव का वीनस मतलब शुक्र बहुत धन देता है |
४) मून (चंद्रमा) की प्रबलता भी धन बहुत देता है |
आगे और भी है..................................................
दीपक
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