पिछले भाग का शेष.......................................
५) यदि लग्न पर वीनस की दृष्टि हो तो आपका खर्च गहनो, कपड़ो पर होता है |
२) गुरु का धन भाव या लग्न से संबंध धार्मिक कार्य, दान आदि में आपका धन कराता है |
३) केतु का संबंध होने पर आपका धन घर, घुमने आदि में खर्च होता है |
४) धनेश छठे भाव में हो तो आपका पैसा बीमारी या अन्य रोग में खर्च होता है |
आगे और भी है..........................................
दीपक
No comments:
Post a Comment